साल 1988 में प्रसारित बीआर चोपड़ा की महाभारत में द्रौपदी का किरदार कर रूपा गांगुली घर घर मशहूर हो गईं थीं।
रूपा गांगुली का जन्म 25 नवंबर 1966 को हुआ। अभिनेत्री होने के साथ साथ वे एक गायिका भी हैं। उनके जन्मदिन पर बताते हैं महाभारत के एक सीन से जुड़ा किस्सा।
‘महाभारत’ में ‘द्रौपदी’ का चीर हरण ही कौरव और पांडव के बीच युद्ध का कारण बना था। इसलिए सीन का प्रभावी होना बहुत जरूरी था। बी आर चोपड़ा चाहते थे कि सीन ऐसा हो कि इसका प्रभाव सीधा दर्शकों के दिल तक पहुंचाया जा सके। बी आर चोपड़ा ने करीब 250 मीटर लंबी साड़ी स्पेशल ऑर्डर पर तैयार कराई थी। यह साड़ी उस समय के लिए तैयार कराई जब ‘द्रौपदी’ का दुशासन चीर हरण कर रहे हों और श्री कृष्ण उनकी लाज बचाएं।
रूपा गांगुली ने ही मेकर्स को आइडिया दिया था कि दुशासन उन्हें उनके बालों से पकड़कर सभा तक लेकर जाएं। रूपा गांगुली ने भी इस सीक्वेंस शूट के लिए बहुत तैयारियां की थीं। दरअसल, ‘महाभारत’ के डायरेक्टर रवि चोपड़ा ने बताया था कि उन्होंने सीन शूट करने से पहले रूपा गांगुली को बुलाकर पूरा सीन समझाया था। उन्होंने रूपा से कहा था कि एक औरत जिसने केवल एक कपड़ा लपेटा है उसका भरी सभा में ऐसे अपमान हो रहा है, तो उसके मन में क्या चल रहा होगा, आपको वही ध्यान में रखकर परफॉर्म करना है।
चीर हरण की शूटिंग के बाद रूपा गांगुली अपने डायलॉग बोलते हुए रोनी लगी थीं। रूपा अपने कैरेक्टर में इतनी खो गई थीं कि उन्हें चुप कराने में आधा घंटा लग गया था। वहीं, बीआर चोपड़ा ने कहा था कि हमें इस बात का ध्यान रखना था कि सीन कहीं से भी भद्दा या अश्लील न लगे। यह सीन इतना दमदार था कि ‘द्रौपदी’ को सभा में घसीटकर लाने से चीर हरण तक का पूरा सीन एक ही सीक्वेंस में शूट किया गया था।